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Vikas Divyakirti के बेटे के 500/500 अंक लाने का दावा… CBSE Result 2025 की जांच में क्या निकला?

On: August 25, 2025 1:12 PM
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Vikas Divyakirti के बेटे के 500/500 अंक लाने का दावा… CBSE Result 2025 की जांच में क्या निकला?
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सोशल मीडिया पर हर दिन हजारों खबरें वायरल होती हैं। कुछ सच होती हैं, तो कई सिर्फ अफवाह निकलती हैं। हाल ही में ऐसी ही एक खबर वायरल हुई जिसमें दावा किया गया कि मशहूर शिक्षा विशेषज्ञ और Drishti IAS के संस्थापक Vikas Divyakirti के बेटे ने CBSE Board Exam 2025 (कक्षा 10वीं) में 500/500 अंक हासिल किए हैं।

यह खबर इतनी तेजी से फैली कि लोग बधाई संदेश देने लगे, भावुक पोस्ट लिखने लगे और इसे देश की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक बताने लगे। लेकिन जब इस दावे की सच्चाई सामने आई, तो पूरा मामला एक फेक वायरल दावा निकला।

आइए, इस पूरे प्रकरण को विस्तार से समझते हैं।


कौन हैं Vikas Divyakirti?

सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि विकास दिव्यकृति (Vikas Divyakirti) कौन हैं।

  • वे UPSC परीक्षा पास कर चुके हैं और बाद में उन्होंने नौकरी छोड़कर Drishti IAS नामक कोचिंग संस्थान की स्थापना की।
  • उनकी सादगी और पढ़ाने का तरीका छात्रों को इतना पसंद आता है कि उनके लेक्चर सोशल मीडिया पर लाखों-करोड़ों बार देखे जाते हैं।
  • वे हिंदी माध्यम से आने वाले छात्रों के लिए प्रेरणा बने।

यानी, वे शिक्षा जगत में एक जाना-पहचाना नाम हैं। लेकिन उनके बेटे या परिवार के बारे में पब्लिक डोमेन में ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है।


वायरल दावा: क्या सच में 500/500 अंक आए?

वायरल पोस्टर में लिखा गया था:

“असली दुख तो ये है… आज मेरे बेटे ने 10वीं CBSE Result में 500/500 अंक लाकर वो कर दिखाया जो बहुत कम बच्चे कर पाते हैं, लेकिन किसी ने बधाई नहीं दी।”

यह पंक्तियां बेहद भावुक थीं। किसी भी माता-पिता के लिए यह गर्व की बात होगी कि उनका बच्चा परफेक्ट स्कोर लाए। यही वजह रही कि हजारों लोगों ने बिना जांचे-परखे इसे शेयर कर दिया।

लेकिन क्या यह सच था?


Claim vs Reality

दावा (Claim)

👉 सोशल मीडिया पर फैलाया गया कि Vikas Divyakirti के बेटे ने CBSE Class 10th Result 2025 में 500/500 अंक हासिल किए।

हकीकत (Reality)

👉 CBSE की आधिकारिक वेबसाइट,
👉 राष्ट्रीय और स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स,
👉 और टॉपर्स की आधिकारिक सूची—
कहीं भी Vikas Divyakirti के बेटे का नाम नहीं है।

यानी, यह दावा पूरी तरह फर्जी है।


CBSE Result 2025: क्या कहती है रिपोर्ट?

CBSE ने हाल ही में कक्षा 10वीं के नतीजे घोषित किए।

  • लाखों छात्रों ने परीक्षा दी।
  • इस साल भी कई बच्चों ने शानदार प्रदर्शन किया।
  • कुछ छात्रों ने 499/500 अंक हासिल किए।
  • और हां, कुछ चुनिंदा छात्रों ने 500/500 का परफेक्ट स्कोर भी बनाया।

लेकिन, इनमें Vikas Divyakirti के बेटे का नाम शामिल नहीं है।

उदाहरण के लिए—

  • राजस्थान की देबांशी शेखावत ने 499 अंक हासिल किए।
  • कई राज्यों से परफेक्ट स्कोर लाने वाले छात्रों के नाम सामने आए।

लेकिन इन आधिकारिक सूचियों में विकास दिव्यकृति के बेटे का कोई जिक्र नहीं है।


सोशल मीडिया पर कैसे फैली अफवाह?

यह अफवाह एक पोस्टर से शुरू हुई। इसे  विमल सिंह नामक यूज़र ने फेसबुक पर शेयर किया।

  • पोस्टर भावनात्मक था।
  • लोग इसे सच मान बैठे।
  • कुछ ने लिखा—“अगर सच है तो बधाई।”
  • कुछ ने लिखा—“यह फेक लगता है।”

लेकिन बड़ी संख्या में लोगों ने बिना जांचे इसे आगे बढ़ा दिया।

यह घटना बताती है कि सोशल मीडिया पर एक साधारण मैसेज कितनी तेजी से वायरल हो सकता है।


क्यों फैलती हैं ऐसी अफवाहें?

  1. भावनात्मक अपील – जब कोई मैसेज भावुक होता है, लोग तुरंत जुड़ जाते हैं।
  2. बड़े नाम से जुड़ाव – Vikas Divyakirti जैसे बड़े नाम से जुड़ने पर लोग इसे सच मान लेते हैं।
  3. जांच की कमी – सोशल मीडिया पर बहुत कम लोग फैक्ट-चेक करते हैं।

शिक्षा प्रणाली पर सवाल

भले ही यह दावा झूठा निकला, लेकिन इस पोस्टर ने एक अहम मुद्दे पर ध्यान खींचा।

👉 क्या भारत की शिक्षा प्रणाली में सफलता को सिर्फ अंकों से ही मापा जाता है?

  • हर साल CBSE Result में कुछ ही बच्चों को मीडिया में जगह मिलती है।
  • लाखों छात्र, जो उतनी ही मेहनत करते हैं, उनकी पहचान नहीं हो पाती।
  • खासकर ग्रामीण और छोटे कस्बों के छात्रों की मेहनत अक्सर अनदेखी रह जाती है।

विशेषज्ञ मानते हैं कि हमें अब सिर्फ अंकों से नहीं, बल्कि छात्रों की समग्र क्षमताओं से उनकी सफलता को मापना चाहिए।


क्या बोले विशेषज्ञ?

शिक्षा विशेषज्ञों का कहना है—

  • अगर किसी छात्र ने 500/500 अंक हासिल किए हैं, तो उसका नाम जरूर आधिकारिक सूची में आता।
  • CBSE इस तरह की उपलब्धियों को छिपाता नहीं है।
  • जब तक कोई आधिकारिक घोषणा न हो, तब तक किसी भी वायरल खबर को सच नहीं माना जा सकता।

आगे क्या?

अब सभी की निगाहें इस बात पर हैं कि—

  • क्या विकास दिव्यकृति या उनके परिवार की तरफ से इस बारे में कोई बयान आएगा?
  • क्या वे इस फेक न्यूज पर सफाई देंगे?

फिलहाल, उन्होंने इस वायरल दावे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।


सबक क्या मिला?

यह घटना हमें कुछ बड़े सबक देती है—

  1. सोशल मीडिया पर दिखने वाली हर चीज सच नहीं होती।
  2. फैक्ट-चेक किए बिना किसी खबर को आगे न बढ़ाएं।
  3. अंक ही सफलता का पैमाना नहीं हैं।

निष्कर्ष

CBSE Result 2025 में कई छात्रों ने शानदार प्रदर्शन किया और कुछ ने परफेक्ट 500/500 भी हासिल किए।
लेकिन, Vikas Divyakirti के बेटे के 500/500 अंक लाने का दावा पूरी तरह फर्जी निकला।

यह सिर्फ एक वायरल अफवाह थी, जिसका कोई आधिकारिक आधार नहीं है।

👉 इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि सोशल मीडिया पर आई हर खबर पर भरोसा करने से पहले उसकी जांच करना जरूरी है।

Sachcha Samachar Desk

Sachcha Samachar Desk वेबसाइट की आधिकारिक संपादकीय टीम है, जो देश और दुनिया से जुड़ी ताज़ा, तथ्य-आधारित और निष्पक्ष खबरें तैयार करती है। यह टीम विश्वसनीयता, ज़िम्मेदार पत्रकारिता और पाठकों को समय पर सही जानकारी देने के सिद्धांत पर काम करती है।

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