नाथनगर, भागलपुर | विशेष संवाददाता
अंगिका भाषा में बनी शॉर्ट फिल्म “शैतान के दूत” ने हाल ही में डिजिटल प्लेटफॉर्म पर रिलीज होते ही दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया है। फिल्म को न केवल मनोरंजन के रूप में देखा जा रहा है, बल्कि यह एक गंभीर सामाजिक संदेश भी दे रही है, जिसे दर्शक सराह रहे हैं।
फिल्म “शैतान के दूत” रूसी लेखक लियो टॉल्सटॉय के प्रसिद्ध नाटक पर आधारित है, जिसे अंगिका भाषा में रूपांतरित किया गया है। कहानी एक ऐसे किसान की है, जो अपनी सादगी और ईमानदारी के कारण शैतान के दूत का निशाना बनता है। शैतान के आदेश पर उसका दूत ‘दुरू’ उसे शराब के धंधे में धकेलता है, जिससे उसकी ज़िंदगी बर्बाद हो जाती है। फिल्म के माध्यम से यह संदेश दिया गया है कि कैसे छोटी सी गलती या लालच से एक अच्छे इंसान की ज़िंदगी बर्बादी की ओर बढ़ सकती है।
निर्देशन और निर्माण टीम
इस फिल्म का निर्देशन नाथनगर निवासी मौर्य कुणाल मंडल ने किया है, जिन्होंने इस क्लासिक कहानी को नए दृष्टिकोण और क्षेत्रीय संदर्भों के साथ प्रस्तुत किया है। फिल्म का निर्माण कुमोद मंडल ने किया है, जबकि सिनेमैटोग्राफी और लाइटिंग का काम शटर सरप्राइज स्टूडियो के संस्थापक आशीष गुप्ता ने संभाला है।
कलाकारों का शानदार अभिनय
फिल्म में जितेन्द्र कुमार ‘जीतू’, मौर्य कुणाल मंडल, करिश्मा यादव, संजीत कुमार संगम, कुमोद मंडल, भोला कुमार बागबानी, शिवम राज, रौशन राज, सज्जन सिंह, हरिओम शिवम, सौरभ सुमन, दुर्गेश सितारे और निशांत सुमन जैसे कलाकारों ने अपने-अपने किरदारों में दमदार अभिनय किया है।
सामाजिक संदेश और जागरूकता
शैतान के दूत न केवल एक काल्पनिक कहानी है, बल्कि यह समाज को एक गहरा संदेश भी देती है – विशेष रूप से नशे के व्यापार और उसके दुष्परिणामों को लेकर। फिल्म शराब जैसे सामाजिक बुराई की ओर युवाओं के बढ़ते झुकाव पर सवाल उठाती है और सतर्क रहने की प्रेरणा देती है।
फिल्म रिलीज और दर्शकों की प्रतिक्रिया
फिल्म श्री कुमोद फ़िल्म्स के यूट्यूब चैनल पर रिलीज की गई है, जहां इसे दर्शकों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। कई दर्शकों ने फिल्म की पटकथा, भाषा-प्रयोग और अभिनय की प्रशंसा की है।
निष्कर्ष
शैतान के दूत अंगिका भाषा में बनी उन चुनिंदा फिल्मों में से है, जो मनोरंजन के साथ-साथ सामाजिक चेतना भी जागृत करती है। क्षेत्रीय भाषा और संस्कृति को नई पहचान देने वाली इस फिल्म को एक सराहनीय प्रयास माना जा रहा है।