पटना। सितंबर का महीना बिहार के लिए बारिश और उमस का मिश्रित दौर लेकर आया है। मानसून सीज़न धीरे-धीरे अपने अंतिम चरण की ओर बढ़ रहा है, लेकिन अभी भी कई जिलों में अच्छी खासी बारिश दर्ज की जा रही है। वहीं, कुछ इलाके ऐसे भी हैं जहां केवल बादलों की आवाजाही हो रही है और लोग उमस भरे मौसम से परेशान हैं। मौसम विभाग और ताज़ा मौसमी सिस्टम के अनुसार, 8 से लेकर 11 सितंबर तक राज्य के ज्यादातर हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के आसार बने हुए हैं।
आइए विस्तार से जानते हैं कि बिहार के अलग-अलग जिलों का मौसम आने वाले चार दिनों में कैसा रहने वाला है।
मौसमी सिस्टम पर एक नज़र
मौसम विशेषज्ञों की मानें तो इस समय दक्षिणी राजस्थान में एक स्पष्ट कम दबाव का क्षेत्र (WLPD) सक्रिय है। इसके अलावा दो ट्रफ लाइन बनी हुई हैं—
- पहली ट्रफ लाइन पंजाब से लेकर अरब सागर तक फैली है।
- दूसरी ट्रफ लाइन राजस्थान से झारखंड तक बनी हुई है।
इन्हीं मौसमी सिस्टम का असर आने वाले दिनों में बिहार के मौसम पर साफ तौर पर दिखाई देगा।
8 सितंबर: कई जिलों में बारिश, कहीं केवल बादल
8 सितंबर को दिन के समय खगड़िया, मुंगेर, बेगूसराय, कटिहार, भागलपुर और लखीसराय जैसे जिलों में अधिकतम तापमान 35 डिग्री तक पहुंच सकता है। वहीं रात में पटना, बक्सर, नालंदा, अरवल और नवगछिया जैसे जिलों में न्यूनतम तापमान करीब 27 डिग्री रहेगा।
हवा की गति सामान्य रहेगी और आंधी-तूफान की संभावना नहीं है।
- हल्की छिटपुट बारिश या बादलों की आवाजाही: नालंदा, अरवल, पूर्वी चंपारण, औरंगाबाद, पटना और बांका।
- हल्की से मध्यम बारिश: जहानाबाद, दरभंगा, समस्तीपुर, भागलपुर, वैशाली, सिवान, पूर्णिया, किशनगंज, अररिया समेत दर्जनों जिले।
- सामान्य से अधिक बारिश: औरंगाबाद, सुपौल, मधेपुरा और कटिहार।
- बिजली गिरने की संभावना: पूर्णिया, नवादा, सीतामढ़ी, गया और समस्तीपुर।
9 सितंबर: कई जिलों में भीगेंगे लोग
9 सितंबर को मौसम कुछ हद तक 8 सितंबर जैसा ही रहेगा। दिन में तापमान औसतन 34 डिग्री और रात में 26 डिग्री तक रहने की संभावना है।
- सबसे गर्म शहर: पटना, मोकामा, खगड़िया, नवगछिया और भागलपुर।
- बारिश की संभावना: मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, दरभंगा, सहरसा, रोहतास, वैशाली, गोपालगंज, मधुबनी, अररिया, किशनगंज, मुंगेर और कैमूर।
- सामान्य बारिश: जमुई, अररिया और बांका।
- ठनका का खतरा: पूर्णिया, कटिहार और नवादा।
10 सितंबर: मौसम रहेगा उमसभरा, लेकिन बरसेगा पानी
तीसरे दिन यानी 10 सितंबर को अधिकतम तापमान 34 डिग्री और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री के आसपास रहेगा।
- हल्की बारिश/बादल: जहानाबाद और जमुई।
- हल्की से मध्यम बारिश: पटना, बक्सर, गया, मधेपुरा, वैशाली, नवादा, शेखपुरा, दरभंगा, समस्तीपुर, भागलपुर, मुंगेर और रोहतास।
- सामान्य से ज्यादा बारिश: अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, सीतामढ़ी और पश्चिमी चंपारण।
- बिजली गिरने का खतरा: जमुई, शेखपुरा और किशनगंज।
11 सितंबर: सीज़न एंड से पहले अच्छी बरसात की उम्मीद
11 सितंबर को भी बिहार का मौसम बारिश से प्रभावित रहेगा।
- अधिकतम तापमान: 33 से 35 डिग्री।
- न्यूनतम तापमान: 26 डिग्री के आसपास।
- हल्की से मध्यम बारिश: गया, जहानाबाद, रोहतास, खगड़िया, मुंगेर, नालंदा, भोजपुर और समस्तीपुर।
- सामान्य बारिश: वैशाली, गोपालगंज, सीतामढ़ी, पूर्णिया, किशनगंज, अररिया और भागलपुर।
- बिजली गिरने का खतरा: इस दिन मौसम विभाग ने राहत की खबर दी है—कहीं पर भी ठनका गिरने की संभावना नहीं है।
खेती और दैनिक जीवन पर असर
बिहार एक कृषि प्रधान राज्य है। बारिश का सीधा असर किसानों की फसलों पर पड़ता है। इस समय धान की फसल खेतों में खड़ी है और हल्की से मध्यम बारिश धान के लिए फायदेमंद मानी जा रही है। हालांकि, जहां सामान्य से ज्यादा बारिश होगी, वहां जलभराव की समस्या भी हो सकती है।
दैनिक जीवन की बात करें तो जिन जिलों में बारिश होगी वहां तापमान गिरने से लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी, लेकिन उमस की समस्या बनी रह सकती है।
यात्रियों और छात्रों के लिए अलर्ट
- अगले चार दिनों तक कई जिलों में बारिश और ठनका गिरने की संभावना है।
- स्कूल-कॉलेज जाने वाले बच्चों और कामकाजी लोगों को छाता या रेनकोट साथ रखना चाहिए।
- बिजली गिरने की आशंका वाले इलाकों में लोगों को खुले मैदान या पेड़ के नीचे खड़े होने से बचना चाहिए।
निष्कर्ष
8 से 11 सितंबर तक बिहार के मौसम में बदलाव साफ दिखाई देगा। कहीं हल्की तो कहीं मध्यम और सामान्य से ज्यादा बारिश होगी। हालांकि अच्छी बात यह है कि ज्यादातर जिलों में तेज आंधी-तूफान की संभावना नहीं है।
कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि सितंबर का यह सप्ताह बिहार के लिए बारिश और उमस दोनों लेकर आएगा। किसानों को इससे फायदा होगा, लेकिन आम लोगों को उमस और जलभराव जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
✍️ यह रिपोर्ट निष्पक्ष और तथ्यों पर आधारित है। मौसम संबंधी जानकारी मौसमी सिस्टम और विभागीय पूर्वानुमान पर आधारित है।








