भोजपुरी संगीत इंडस्ट्री में जब भी चर्चा होती है, तो अक्सर अश्लील गीतों को लेकर आलोचना सामने आती है। लेकिन इसी भीड़ में Sonam R Yadav एक ऐसी आवाज़ बनकर सामने आईं, जिन्होंने पारिवारिक और सामाजिक गीतों के जरिए लाखों दर्शकों का दिल जीता।
समस्तीपुर जिले से ताल्लुक रखने वाली सोनम ने साबित कर दिया है कि भोजपुरी इंडस्ट्री को स्वच्छ और पारिवारिक गीतों के जरिए भी पहचान दिलाई जा सकती है।
Sonam R Yadav का शुरुआती जीवन
- सोनम आर यादव का बचपन समस्तीपुर में बीता।
- बचपन से ही गाने का शौक था और स्कूल के कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती थीं।
- लोगों की तारीफ और तालियों ने उनके भीतर आत्मविश्वास जगाया।
- धीरे-धीरे यह शौक एक सपना बन गया और उन्होंने संगीत को करियर बनाने की ठानी।
Sonam R Yadav बताती हैं कि स्कूल के दिनों में जब भी कोई प्रतियोगिता होती थी, तो वे गाती थीं और सबको उनका स्वर बहुत पसंद आता था।
पिता बने सबसे बड़ा सहारा
सोनम की सफलता की असली कहानी उनके पिता से शुरू होती है।
शुरुआत में जब उन्होंने संगीत को अपनाने की इच्छा जताई, तो पिता ने साफ कहा कि यह आसान रास्ता नहीं है। मेहनत, लगन और सीखना इसमें सबसे जरूरी है।
लेकिन बाद में पिता ने ही उनका सबसे बड़ा सहयोगी बनकर उन्हें भोजपुरी गानों की बारीकियां सिखाईं।
सोनम मानती हैं –
“अगर पापा का सहयोग नहीं होता, तो शायद मैं आज इस मुकाम तक नहीं पहुंच पाती।”
उनके पिता का मानना है कि अच्छा और साफ-सुथरा गाना गाने में समय जरूर लगता है, लेकिन सफलता जब मिलती है तो टिकाऊ और स्थायी होती है।
Sonam R Yadav क्यों गाती हैं पारिवारिक गीत?
आज जब भोजपुरी इंडस्ट्री को अश्लील गानों से जोड़कर देखा जाता है, उस समय सोनम ने अलग रास्ता चुना।
उन्होंने साफ कहा –
“हमारे संस्कार हमें यही सिखाते हैं। मैं अश्लील गाना गाकर नाम कमाना नहीं चाहती। मैं चाहती हूं कि लोग मेरे गीत सुनकर आशीर्वाद दें और परिवार के साथ बैठकर उन्हें सुन सकें।”
इसी वजह से सोनम के गीत खासकर विवाह, विदाई और भजन ज्यादा लोकप्रिय हुए हैं।
Sonam R Yadav की भाषाई प्रतिभा
भले ही सोनम भोजपुरी इंडस्ट्री से जुड़ी हैं, लेकिन उनकी खासियत यह है कि वे कई भाषाओं में गा सकती हैं।
- भोजपुरी
- हिंदी
- मैथिली
- अंगिका
- पंजाबी (थोड़ा-बहुत)
यह बहुभाषी प्रतिभा उन्हें और भी अलग बनाती है।
Sonam R Yadav के प्रोग्राम्स की बढ़ती डिमांड
आज सोनम आर यादव के प्रोग्राम्स की डिमांड बिहार ही नहीं बल्कि बाहर के राज्यों में भी है।
- विवाह गीतों के लिए उन्हें खास बुलावा मिलता है।
- उनके विदाई गीत इतने भावुक होते हैं कि लोग सुनते-सुनते भावुक हो जाते हैं।
- उनके भजन और देवी-देवताओं के गीत भी खूब लोकप्रिय हो रहे हैं।
उनके कार्यक्रमों में पूरा परिवार बिना किसी झिझक के शामिल होता है, क्योंकि उनके गीत शालीन और सामाजिक माहौल के अनुरूप होते हैं।
भोजपुरी इंडस्ट्री और अश्लीलता पर Sonam R Yadav की राय
भोजपुरी इंडस्ट्री को लेकर सबसे बड़ी आलोचना अश्लीलता की होती है।
इस पर Sonam R Yadav का कहना है –
“भोजपुरी इंडस्ट्री खराब नहीं है, बल्कि कुछ लोग इसे अश्लील गीतों से खराब कर रहे हैं। हमें साफ-सुथरे गीत गाने और सुनने चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ी भी इस भाषा पर गर्व कर सके।”
भोजपुरी सुपरस्टार्स पर Sonam R Yadav की राय
भोजपुरी इंडस्ट्री में पवन सिंह और खेसारी लाल यादव जैसे बड़े सितारे हैं। जब सोनम से पूछा गया कि उन्हें कौन ज्यादा अच्छे लगते हैं, तो उन्होंने कहा –
“दोनों अपने-अपने क्षेत्र में बेहतरीन हैं। किसी की गायकी मजबूत है तो किसी की अभिनय क्षमता। दोनों ही अपने-अपने स्थान पर अच्छे हैं।”
उनका यह जवाब दर्शाता है कि वे किसी भी कलाकार की आलोचना करने के बजाय सबकी खूबियों का सम्मान करती हैं।
सोशल मीडिया पर Sonam R Yadav की लोकप्रियता
Sonam R Yadav Official नाम से उनका यूट्यूब चैनल है।
- इस चैनल पर विवाह गीत, भजन और पारिवारिक गाने अपलोड किए जाते हैं।
- कई गानों को मिलियन्स व्यूज़ मिल चुके हैं।
- खासकर उनका विदाई गीत “बचपन से पोसी पापा हो…” 40 मिलियन से ज्यादा बार देखा जा चुका है।
यह उपलब्धि बताती है कि साफ-सुथरे गीतों को भी लोग उतना ही पसंद करते हैं।
गांव से मुंबई तक Sonam R Yadav का सफर
- समस्तीपुर से ताल्लुक रखने वाली सोनम ने मुंबई में रहते हुए संगीत सीखा।
- उन्होंने अपने गुरु “तेजस सर” से औपचारिक संगीत शिक्षा प्राप्त की।
- भोजपुरी गानों का सही उच्चारण और भावपूर्ण गायकी उनकी सबसे बड़ी ताकत बन गई।
संघर्ष से सफलता तक Sonam R Yadav
- शुरुआत में भोजपुरी उच्चारण सीखना सबसे मुश्किल था।
- पिता ने कड़ी मेहनत करवाकर सही तरीके से गाना सिखाया।
- लगातार अभ्यास और समर्पण से उनके गाने वायरल होने लगे।
- आज वे भोजपुरी इंडस्ट्री में एक अलग पहचान बना चुकी हैं।
दर्शकों के लिए Sonam R Yadav का संदेश
सोनम अपने दर्शकों से कहती हैं –
“जैसा प्यार और आशीर्वाद आप सब दे रहे हैं, वैसे ही देते रहिए। साफ-सुथरे गीत सुनिए और भोजपुरी को अश्लीलता से बचाइए। आपका सहयोग ही मेरी असली ताकत है।”
निष्कर्ष
Sonam R Yadav सिर्फ एक गायिका नहीं, बल्कि भोजपुरी इंडस्ट्री के लिए नई दिशा हैं।
उन्होंने साबित कर दिया है कि पारिवारिक और सामाजिक गीत भी सुपरहिट हो सकते हैं।
समस्तीपुर की यह बेटी आज लाखों लोगों के दिलों पर राज कर रही है और आने वाले समय में निश्चित रूप से भोजपुरी संगीत की शान बनेंगी।