चक्रवाती तूफान दाना ने बिहार में मौसम की तस्वीर को पूरी तरह बदल दिया है। राजधानी पटना सहित कई जिलों में ठंडी हवाओं, बादलों और झमाझम बारिश के कारण अब लोगों को रजाई की आवश्यकता महसूस हो रही है। मौसम विज्ञान केंद्र पटना की वैज्ञानिक सोनी कुमारी के अनुसार, दिवाली तक मौसम का मिजाज ऐसा ही बना रहने की संभावना है।
मौसम की वर्तमान स्थिति
दिवाली के नजदीक, बिहार के आसमान में बादलों का जमाव और ठंडी हवाएं देखने को मिल रही हैं। पटना, जमुई, समस्तीपुर और बांका जैसे जिलों में मौसम काफी ठंडा हो गया है। बादलों के असर से धूप कम निकल रही है और तापमान में गिरावट आ रही है। चक्रवाती तूफान दाना का प्रभाव अभी एक-दो दिनों तक देखने को मिलेगा, जिससे मौसम में और बदलाव की संभावना है।
चक्रवाती परिसंचरण का प्रभाव
इसके अलावा, असम और उसके आस-पास के क्षेत्रों में एक चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से डेढ़ किलोमीटर ऊपर बना हुआ है। इस परिसंचरण का प्रभाव भी बिहार के पूर्वी और दक्षिणी मध्य भाग के जिलों पर देखने को मिल रहा है, जहां मध्यम स्तर के बादल छाए रहेंगे। कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा होने की भी संभावना है।
तापमान की स्थिति
रविवार को दिन का अधिकतम तापमान 28 से 32 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है, जबकि रात का तापमान 20 से 22 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। इसके अलावा, 27 अक्टूबर को कई जिलों जैसे सुपौल, अररिया, किशनगंज, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया, कटिहार, बक्सर, भोजपुर, रोहतास, औरंगाबाद, बबुआ, अरवल, पटना, गया, जहानाबाद, नालंदा, नवादा, शेखपुरा, लखीसराय, बेगूसराय, भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर, और खगरिया में हल्की वर्षा होने की संभावना है।
इन जिलों में दिन के समय धूप कम निकलेगी, जिससे ठंडक बनी रहेगी। हालांकि, बाकी बचे 12 जिलों का मौसम शुष्क रहने की संभावना है, जहां दिन में धूप देखने को मिलेगी और तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है।
पिछले दिनों का मौसम
हाल के दिनों में आए साइक्लोन के कारण मौसम में बड़ा बदलाव आया है। 26 अक्टूबर को जमुई का अधिकतम तापमान 24.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान भी लगभग 23 डिग्री सेल्सियस था। इसी तरह, भागलपुर में अधिकतम तापमान 24.7 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 23.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शेखपुरा में अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 22.7 डिग्री सेल्सियस रहा। नालंदा और कटिहार में भी तापमान इसी प्रकार रहा, जिससे स्पष्ट है कि दिन और रात का मौसम एक समान ठंडा बना हुआ है।
ग्रामीण और नदी वाले इलाकों में अधिक ठंडक
मौसम की इस ठंडक का विशेष असर ग्रामीण और नदी वाले इलाकों में महसूस किया जा रहा है। यहां के निवासियों को रजाई और गर्म कपड़ों की आवश्यकता महसूस हो रही है। दिवाली के इस मौसम में आमतौर पर ठंड बढ़ जाती है, लेकिन इस बार चक्रवाती तूफान ने इसे और भी अधिक प्रभावी बना दिया है।
निष्कर्ष
इस बार की दिवाली मौसम के लिहाज से कुछ अलग अनुभव कराने वाली होगी। चक्रवाती तूफान दाना के कारण उत्पन्न परिस्थितियों के चलते लोगों को ठंड का सामना करना पड़ेगा। मौसम का यह मिजाज न केवल दिवाली की तैयारियों को प्रभावित करेगा, बल्कि लोगों की दैनिक दिनचर्या में भी बदलाव लाएगा। आने वाले दिनों में मौसम के और भी बदलाव देखने को मिल सकते हैं, जिसके लिए लोगों को तैयार रहना होगा।