स्मृति ईरानी का नाम भारतीय राजनीति में काफी चर्चित रहा है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत टीवी एक्ट्रेस के रूप में की थी, लेकिन बाद में उन्होंने राजनीति में कदम रखा। आज हम उनके राजनीतिक सफर पर एक नज़र डालेंगे।
प्रारंभिक जीवन और करियर
स्मृति ईरानी का जन्म 1976 में दिल्ली में हुआ। उन्होंने अपनी पढ़ाई दिल्ली विश्वविद्यालय से की। इसके बाद उन्होंने टीवी धारावाहिक “क्योंकि सास भी कभी बहू थी” में तुलसी का रोल निभाकर लोकप्रियता हासिल की। इस शो ने उन्हें घर-घर में पहचान दिलाई।
राजनीति में कदम
2003 में स्मृति ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जॉइन की। उन्होंने 2004 में पहली बार चुनाव लड़ा, जब उन्हें चांदनी चौक से उम्मीदवार बनाया गया। हालांकि, इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। लेकिन उनकी राजनीतिक यात्रा यहीं खत्म नहीं हुई।
2014 का लोकसभा चुनाव
2014 में भाजपा ने स्मृति को अमेठी से राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव में उतारा। इस चुनाव में उन्होंने राहुल गांधी को कड़ी टक्कर दी। भले ही वह जीत नहीं पाईं, लेकिन उनकी मेहनत ने उन्हें पूरे देश में पहचान दिलाई।
मंत्री के रूप में कार्यकाल
2014 के बाद, नरेंद्र मोदी ने उन्हें शिक्षा मंत्री बनाया। इस दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण फैसले लिए। हालांकि, उनके द्वारा की गई कुछ गलतियों के कारण उन्हें मंत्री पद से हटाया गया, लेकिन भाजपा में उनकी स्थिति मजबूत बनी रही।
2019 में सफलता
2019 में स्मृति ने राहुल गांधी को अमेठी में हराकर एक बड़ी जीत हासिल की। यह उनके करियर का एक महत्वपूर्ण मोड़ था। उनकी इस जीत ने साबित कर दिया कि वह एक मजबूत नेता हैं।
2024 का चुनाव और चुनौतियाँ
हाल ही में, 2024 के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। कांग्रेस ने अमेठी से एक सामान्य कार्यकर्ता, किशोरी लाल शर्मा, को उम्मीदवार बनाया। उनके खिलाफ लड़ाई कठिन रही, और अंत में स्मृति हार गईं।
वर्तमान स्थिति
हार के बाद, स्मृति ईरानी की स्थिति में बदलाव आया है। उन्हें अब सरकार में कोई महत्वपूर्ण पद नहीं मिला है। इस हार के बाद उनके एक्टिंग करियर में वापसी की बातें चलने लगी हैं। कई रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्हें टीवी शो “अनुपमा” में कास्ट किया जा सकता है।
निष्कर्ष
स्मृति ईरानी की यात्रा ने यह साबित किया है कि राजनीति में सफलता और असफलता दोनों हो सकते हैं। वह एक समय में भारतीय राजनीति की एक प्रमुख नेता थीं, लेकिन हाल की हार ने उनके करियर पर सवाल उठाए हैं। यह देखना होगा कि वह भविष्य में क्या कदम उठाती हैं।
आपके विचार इस विषय पर क्या हैं? क्या आपको लगता है कि स्मृति ईरानी को राजनीति में फिर से मौका मिलेगा, या वह एक्टिंग में लौटेंगी?