बॉलीवुड की मशहूर अदाकारा हंसिका मोटवानी ने हाल ही में अपने ऊपर लगे आरोपों का जवाब दिया है। हंसिका, जो अपनी फिल्मों और अदाकारी के लिए जानी जाती हैं, ने बताया कि उन पर आरोप था कि उनकी मां ने उन्हें हार्मोनल इंजेक्शन लगाकर जवान किया। यह मामला तब चर्चा में आया जब उनकी उम्र में अचानक बदलाव देखा गया।
हंसिका ने अपने करियर की शुरुआत बहुत कम उम्र में की थी। उन्होंने 13 साल की उम्र में फिल्म “सका लाका बूम बूम” में काम किया। इसके बाद, 16 साल की उम्र में उन्होंने अल्लू अर्जुन की फिल्म “देसमुदुरु” और हिमेश रेशमिया की फिल्म “आपका सुरूर” में मुख्य भूमिका निभाई। अचानक से इतनी कम उम्र में उन्हें लीड एक्ट्रेस का रोल मिलने पर लोगों ने अटकलें लगानी शुरू कर दीं।
जब हंसिका पर आरोप लगे कि उनकी मां, जो एक डर्मेटोलॉजिस्ट हैं, ने उन्हें हार्मोनल इंजेक्शन दिए, तो यह खबर बहुत वायरल हुई। हंसिका ने एक इंटरव्यू में कहा, “हम इन अफवाहों से हैरान थे। मेरे लिए यह बहुत दुखद था, लेकिन मेरी मां को इससे ज्यादा ठेस लगी। हम अक्सर इस बारे में रोते थे।”
हंसिका की मां ने भी इस विषय पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा, “अगर ये आरोप सच होते, तो मैं टाटा बिरला से भी ज्यादा अमीर होती।” उन्होंने यह भी कहा कि पंजाबी संस्कृति में बेटियों की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया सामान्य होती है, और ऐसे आरोपों का कोई मतलब नहीं है।
हंसिका ने स्पष्ट किया कि ये सभी बातें केवल अफवाहें हैं। उन्होंने कहा, “मेरी मां ने मुझे कभी हार्मोनल इंजेक्शन नहीं दिए। ये सिर्फ बातों का सिलसिला है जो कुछ लोग बिना सोच समझे फैलाते हैं।”
इस घटना ने एक बार फिर से यह सवाल उठाया है कि क्या किसी की सफलता या उम्र पर इस तरह के आरोप लगाने से लोगों की सोच पर असर पड़ता है। कुछ लोग मानते हैं कि यह समाज में एक मानसिकता का हिस्सा है, जहां युवा लड़कियों की सफलता को सही नहीं माना जाता।
हंसिका का कहना है कि ऐसे आरोपों से ना केवल उनकी बल्कि उनके परिवार की भावनाओं को भी ठेस पहुंचती है। उन्होंने अपने फैंस से अपील की है कि वे इस तरह की अफवाहों पर विश्वास न करें और उनके काम पर ध्यान दें।
अंत में, यह स्पष्ट है कि हंसिका मोटवानी ने अपने करियर में कड़ी मेहनत की है। उनकी सफलता उनके टैलेंट और मेहनत का नतीजा है, न कि किसी प्रकार के इंजेक्शन का। लोगों को ऐसी गलतफहमियों से दूर रहकर कलाकारों की कड़ी मेहनत का सम्मान करना चाहिए।