बिहार में मानसून की विदाई के बाद अब ठंड का मौसम शुरू हो गया है। इस बदलाव का असर पूरे राज्य में साफ नजर आ रहा है। आसमान में बादल छाए हुए हैं और सड़कों पर धुंध दिखाई दे रही है, जिससे दिन में धूप नहीं निकल रही है। इससे दिन और रात के तापमान में गिरावट आई है, खासकर ग्रामीण इलाकों में।
इस मौसम के बदलाव के चलते लोग चादर ओढ़ने लगे हैं। रात के समय ओस की बारिश भी देखने को मिल रही है। केवल ग्रामीण क्षेत्र ही नहीं, बल्कि शहरी इलाकों में भी सुबह और रात की ठंडक महसूस की जा रही है। पटना की सड़कों पर रात 10 बजे के बाद सन्नाटा छा जाता है।
मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक एस के पटेल ने बताया कि यह समय ठंड के मौसम का होता है। दिवाली और छठ पूजा तक ठंडक में और बढ़ोतरी होने की संभावना है। पश्चिमी विक्षोभ, जो पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी का कारण बनता है, ठंडी हवाएं लाता है। ये हवाएं बिहार जैसे मैदानी इलाकों में ठंडक बढ़ाने में मदद करती हैं।
पश्चिमी विक्षोभ का मतलब है, पश्चिमी देशों से आने वाली हवाएं। ये हवाएं भूमध्य सागर और कैस्पियन सागर से होकर ऊपर उठती हैं और बादल बनाती हैं। फिर ये बादल तुर्की, इराक, ईरान, अफगानिस्तान और पाकिस्तान से होते हुए भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में पहुंचते हैं। हिमालय इन बादलों को रोकता है, जिससे पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी होती है। ये बर्फीली हवाएं मैदानी इलाकों में ठंडक बढ़ाती हैं।
आज, यानी 15 अक्टूबर को, बिहार का मौसम आमतौर पर शुष्क रहने की उम्मीद है। किसी भी जगह बारिश की संभावना नहीं है। सभी जिलों में शाम से अगली सुबह तक ठंडक महसूस की जाएगी और ओस गिरने की भी संभावना है। आज का अधिकतम तापमान 32 से 34 डिग्री सेल्सियस के बीच और रात का तापमान 22 से 26 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। पटना और भागलपुर में सुबह हल्की धुंध देखी जा रही है, जिसका असर दिन में भी रहने की संभावना है।
14 अक्टूबर को, बिहार का सबसे अधिकतम तापमान 34.4 डिग्री सेल्सियस बेगुसराय में दर्ज किया गया। राजधानी पटना में दिन के तापमान में 3.5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई और यह 30.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। इस गिरावट का मुख्य कारण दिन में धूप का न निकलना है।
दक्षिणी बिहार के अधिकांश जिलों में रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। सबसे कम न्यूनतम तापमान देहरी में 20.5 डिग्री सेल्सियस, बाका में 21.7 डिग्री सेल्सियस और नवादा में 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
इस तरह, बिहार में ठंड का मौसम धीरे-धीरे अपने रंग दिखा रहा है, और लोगों को इससे निपटने के लिए तैयार रहना होगा।