हाल ही में बरनाला, पंजाब में एक लड़की के साथ हुई बर्बरता ने सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। बदमाशों ने उसे इतनी दूर घसीटा कि वह बेहोश हो गई।
हाल ही में बरनाला, पंजाब में एक लड़की के साथ हुई बर्बरता ने सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। बदमाशों ने उसे इतनी दूर घसीटा कि वह बेहोश हो गई।
बढ़ती हिंसा के संकेत
लड़कियों के खिलाफ हिंसा, जैसे बाल खींचना, गले से चेन छीनना और कपड़े खींचना, अब सामान्य घटनाएं बन गई हैं। ये घटनाएं समाज में डर और असुरक्षा का माहौल पैदा कर रही हैं।
पुलिस और नेताओं की भूमिका
पुलिस और राजनीतिक नेता अपनी जिम्मेदारियों में असफल साबित हो रहे हैं। राजनीतिक दबाव के चलते इन मुद्दों को अक्सर अनदेखा किया जाता है, जिससे स्थिति और बिगड़ रही है।
समाज की जिम्मेदारी
समाज के हर वर्ग को इस समस्या को गंभीरता से लेना होगा। बेटियों की सुरक्षा केवल कानून और व्यवस्था का मामला नहीं, बल्कि यह हमारे समाज की नैतिकता का प्रश्न भी है।
निष्कर्ष
हमें मिलकर इस मुद्दे पर आवाज उठानी होगी। बेटियों का सुरक्षा, सम्मान और अधिकार का सवाल है। यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि हमारी बेटियां सुरक्षित रहें और अपने अधिकारों का एहसास करें।