दिव्या भारती, भारतीय सिनेमा की एक प्रतिभाशाली अदाकारा, की जिंदगी एक रहस्य बन गई है। 19 साल की उम्र में उन्होंने एक अद्भुत करियर की शुरुआत की, लेकिन महज तीन साल बाद उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। उनके जीवन की कहानी आज भी कई लोगों को आकर्षित करती है, और उनकी मौत के कारणों पर चर्चा जारी है।
फिल्मी करियर की शुरुआत
दिव्या का जन्म 25 फरवरी 1974 को मुंबई में हुआ। उन्होंने 1990 में “रक्तबीज” फिल्म से अपने करियर की शुरुआत की। इसके बाद, उन्होंने “शोला और शबनम”, “दीवाना” और “सड़क” जैसी कई सफल फिल्मों में काम किया। उनकी अदाकारी ने उन्हें बहुत जल्दी दर्शकों का दिल जीतने में मदद की।
साजिद नाडियाडवाला से प्यार
दिव्या की जिंदगी में एक महत्वपूर्ण मोड़ तब आया जब उनकी मुलाकात फिल्म निर्माता साजिद नाडियाडवाला से हुई। दोनों के बीच प्यार हुआ और दिव्या ने इस्लाम कबूल कर अपना नाम सना रखा। 10 मई 1992 को, दोनों ने चोरी-छिपे शादी कर ली। इस प्रेम कहानी ने मीडिया में काफी सुर्खियाँ बटोरीं।
रहस्यमय मौत
दिव्या की जिंदगी में तनाव भी था। साजिद का नाम अंडरवर्ल्ड से जुड़ने के कारण दिव्या बहुत तनाव में रहने लगीं। उनकी पीड़ा और चिंता ने उन्हें शराब पीने के लिए मजबूर कर दिया।
4 अप्रैल 1993 को, दिव्या के घर फैशन डिजाइनर नीता लुल्ला अपने पति के साथ आई थीं। उस दिन दिव्या और उनके दोस्त ड्रिंक कर रहे थे। इसी दौरान, दिव्या ने किचन की खिड़की पर बैठने की कोशिश की, लेकिन अचानक वह पांचवीं मंजिल से गिर गईं। इस घटना ने सभी को सदमे में डाल दिया।
साजिश या हादसा?
दिव्या की मौत को कई लोगों ने हादसा माना, लेकिन कुछ लोगों का मानना था कि यह साजिश थी। बिल्डिंग की अन्य खिड़कियों में ऑटो स्टॉपर लगे थे, लेकिन दिव्या के घर की खिड़की में ऐसा कुछ नहीं था। इसके एक महीने बाद, उनकी नौकरानी की भी रहस्यमय परिस्थितियों में मृत्यु हो गई। ये सभी बातें इस मामले को और भी संदेहास्पद बनाती हैं।
लोगों की राय
दिव्या की मौत के बाद, कई लोग उनके परिवार और दोस्तों से मिले। कुछ लोगों ने यह कहा कि दिव्या की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी, जबकि अन्य ने इसे एक साजिश का हिस्सा माना। उनकी मौत के बाद से ही कई फिल्म निर्माताओं ने इस घटना को लेकर फिल्म बनाने का भी प्रयास किया, जिससे उनकी यादें फिर से जीवित हो गईं।
निष्कर्ष
दिव्या भारती की जिंदगी और मौत एक रहस्य बनी हुई है। उनके प्रशंसक और परिवार आज भी यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि उनके साथ क्या हुआ। दिव्या ने सिर्फ तीन साल में 21 फिल्मों में काम किया, लेकिन उनकी यादें आज भी लोगों के दिलों में बसी हुई हैं।
दिव्या भारती की जीवन हमें यह सिखाती है कि कभी-कभी हम जो देखते हैं, वह असली नहीं होता। उनकी जिंदगी एक उदाहरण है कि कैसे Fame और Fortune के साथ कई चुनौतियाँ आती हैं।